लोगों को Eye flu होने से शेयर कर रहे हैं ये एक ही आई ड्रॉप? जानये इसके नुकसान -

लोगों को Eye flu होने से शेयर कर रहे हैं ये एक ही आई ड्रॉप? जानये इसके नुकसान

Eye flu :  भारत मे  केस तेजी से बढ़ रहा है, बच्चे  और बुजुर्ग सभी लोग इसका शिकार हो रहे हैं।  घर में से एक  सदस्यों को आई फ्लू  हुआ है तो पूरा परिवार खतरे में आ सकता है और डॉक्टर का लगातार कहना है कि अभी कुछ दिनों में आई फ्लू के केस लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में सावधानी बरतने बहुत ज्यादा आवश्यकता है।

कुछ कई दिनों बीत चुके हैं पर आई फ्लू लगातार केस बढ़ रहा है घटने का नाम ही नहीं ले रहा है और घर में से कोई एक सदस्य को आई फ्लू हुआ है तो पूरे परिवार को आई फ्लू होने का डर रहता है। 

Eye flu

 

बच्चे हो या बुजुर्ग सभी लोगों को इस बीमारी  हो रही है और अस्पतालों में भी बुरी तरह से लगातार केस बढ़ रहे हैं।  कुछ लोग इससे बचने के लिए आई ड्रॉप लगाते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसा करने पर क्रॉस इंफेक्शन का खतरा बना रहेता है, यह इंफेक्शन आंखों के लिए खतरनाक हो साबित सकता है। 

डॉक्टर का कहना है कि अगर एक ही आई ड्रॉप शेयर कर रहे हैं तो इससे एक मरीज का इंफेक्शन दूसरे में ट्रांसफर हो सकता है और इसकी सभावन बढ़ जाती है। अगर दूसरा को आई फ्लू होता है तो इसका वायरस का इन्फेक्शन दूसरे लोगों में संक्रमण हो सकता है इसलिए आंखों में गंभीर का खतरा बना रहता है। 

आई ड्रॉप बिना डॉक्टर की  सलाह के बिना यूज न करें

डॉक्टर का कहना है कि हाइड्रो के इस्तेमाल से आई फ्लू से  पूरी तरह से बचाव हो सकता है इसलिए हालांकि कुछ लोग आई ड्रॉप का  इस्तेमाल कर रहे हैं। 

इससे आंखों में आई फ्लू होने का रिस्क बना रहता है  आई फ्लू कोई दवा  या ड्रॉप इससे कोई बचाव मैं ज्यादा कारगर नहीं साबित हो रहा है आई फ्लू  कुछ दिनों हफ्तों में ठीक हो जाता है अगर बिना बताए आंखों में कोई ड्रॉप  डाले हैं तो आंखों में कोई इंफेक्शन का खतरा बना रहता है बना रहता है।

 अगर Eye flu हुआ है तो तो क्या करें?

अगर किसी को  आईपीओ हुआ है तो इसमें कोई नुकसान नहीं होता अगर किसी को किसी वजह से देखने में परेशानी हो रही है तो वह कुछ दिनों बाद अपने आप ही ठीक हो जाती है इससे अंधे होने का खतरा नहीं रहता है।

यह कुछ दिनों एक सेल्फी मीटिंग इंफेक्शन है जो कुछ दिनों में ठीक होना शुरू हो जाता है और यह संक्रमित  व्यक्ति की आंख में देखने से कभी नहीं मिलता है, सीधे संपर्क से भी यह संक्रमण फैल सकता है। यह इंफेक्शन संक्रमित व्यक्ति का तौलिया, रूमाल, बिस्तर या कपड़े इस्तेमाल करने से हो सकता है.